ललिता पवार हिंदी सिनेमा की बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक रही हैं l उन्होंने अपने जीवन में 700 से भी ज्यादा फिल्मों में अपनी अदाकारी का दम दिखाया। ललिता फिल्मों में नेगेटिव किरदार निभाने के लिए जानी जाती थीं। उन्होंने रामायण में मंथरा का किरदार भी निभाया। मंथरा के नेगेटिव किरदार से उन्हें खूब प्रसिद्धि मिली। भले ही उन्होंने कई फिल्मों में नेगेटिव किरदार निभाए, लेकिन दर्शकों ने उनकी बेहतरीन अदाकारी को खूब सराहा। आज अभिनेत्री की पुण्यतिथि है। इस मौके पर जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ खास बातें...
ललिता पवार का असली नाम अंबा लक्ष्मण राव शगुन था। अभिनेत्री के पिता लक्ष्मण राव एक बिजनेसमैन थे। ललिता का जन्म 18 अप्रैल 1916 में हुआ था। उन्होंने महज नौ साल की उम्र में ही अभिनय की दुनिया में कदम रखा था। 1928 में उन्होंने मूक फिल्म राजा हरिश्चंद्र से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म में उन्होंने बाल कलाकार का किरदार निभाया था। इसके बाद उन्होंने 1934 में टॉकी फिल्मों में काम करना शुरू किया, तब वह फेमस एक्ट्रेस बन चुकी थीं। एक साल में वह 12 से अधिक फिल्मों में काम करती थीं।
फिल्मों के अलावा ललिता पवार ने रामानंद सागर के शो रामायण में मंथरा का किरदार निभाया था। अपने दमदार अदाकारी के दम पर उन्होंने मंथरा के किरदार में जान डाल दी थी। रामायण में लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले सुनील लहरी ने एक बार ललिता से जुड़ा किस्सा साझा किया था। उन्होंने बताया था कि जब रामायण में भगवान राम के अयोध्या लौटने का सीन फिल्माया जा रहा था, तब सेट पर दिए जलाए गए थे। उस दौरान शूटिंग करने के लिए ललिता बहुत उत्साहित थीं, तब उन्होंने गलती से अपने पैर जलते दिए पर रख दिए थे, जिससे उनके दोनों पैर जल गए। उन्हें आराम करने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने मना कर दिया और पूरी शिद्दत के साथ शूटिंग खत्म की।
ललिता कभी फिल्मों में मुख्य नायिका का किरदार निभाया करती थीं, लेकिन एक हादसे ने उनकी जिंदगी बदल दी। दरअसल, साल 1942 में वह जंग ए आजादी की शूटिंग कर रही थीं। उस समय के दिग्गज अभिनेता रहे भगवान दादा को फिल्म में अभिनेत्री को थप्पड़ मारना था। शूटिंग करते समय वह थप्पड़ गलती से बहुत जोर से लग गया। अभिनेत्री को तुरंत इलाज के लिए ले जाया गया, लेकिन लापरवाही के कारण उनकी हालत बिगड़ गई। उनके शरीर के एक हिस्से ने काम करना बंद कर दिया था, जिसके बाद वह फिल्मों में साइड रोल निभाने लगीं।
ललिता पवार की निजी जिंदगी दुखों से भरी हुई थी। अभिनेत्री को मुंह का कैंसर भी हो गया था। इसके अलावा उनकी शादीशुदा जिंदगी भी सफल नहीं रही। अभिनेत्री की शादी फिल्म मेकर गणपतराव के साथ हुई थी। कुछ साल बाद अभिनेत्री की छोटी बहन ही उनकी सौतन बन गईं। शादी टूटने के बाद वह अकेले रहने लगी थीं। उनकी मौत भी बेहद दर्दनाक हुई। जब उनकी मौत हुई, तब उनके परिवार का कोई भी सदस्य उनके साथ नहीं था। ललिता पवार ने 24 फरवरी 1998 को अपने पुणे स्थित बंगले में अंतिम सांस ली थी।